Spread the love

This ( Story on Selfish relations) स्वार्थ का एक दिल छूने वाला उदाहरण है …

कुछ लोगों के लिए रिश्ते relations टेट्रा पैक (Tetra Pack) की तरह होते हैं। जब डिब्बा भरा होता है तो ये लोग “स्ट्रॉ” की तरह डब्बे को छेदकर, इंसान के भीतर, गहराइयों की तह तक उतर जाते हैं।

जब तक डिब्बे में “मतलब की चीज़” भरी है, तब तक उसकी देखभाल अनमोल चीज़ की तरह करते हैं। ध्यान रखते हैं – कहीं गिर ना जाए, कहीं से टूट ना जाए, कोई दूसरा उसे उठा कर ना ले जाए (उनका माल कोई दूसरा ना पी जाए)। ??

जब तक डिब्बा भरा रहता है तब तक ये लोग उसे “सुड़क-सुड़क” कर पीते रहते हैं और जब डब्बा खाली हो जाता है तो पैरों से कुचल कर कूड़ेदान में फेंक देते हैं और निकल पड़ते हैं एक नए डिब्बे की तलाश में।
भगवान ही बचाए ऐसे लोगों से..??

प्रिय दोस्तों अगर आपको यह लेख और ब्लॉग अच्छा लगा हो तो आपसे विनम्र प्रार्थना है कि नीचे दिए बटनो पर क्लिक कर, इसको अपने व्हाट्सएप, फेसबुक अथवा अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा करें आपका एक छोटा सा सहयोग हमारे उत्साहवर्धन के लिए अमूल्य होगा। धन्यवाद

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Next post हिन्दी कहानी : वृक्ष-देवता / Tree the “God”भाग 1 (कुल भाग 3)
error: Content is protected !!